एप्पल सबसे एडवांस टेक्नोलॉजी की टेस्टिंग करने की तैयारी पूरी कर चुका है। अमेरिकी कम्युनिकेशन कमीशन ने एप्पल की एप्लीकेशन को मंजूर कर लिया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, एप्पल हाई फ्रीक्वेंसी पर मिलीमीटर वेव ब्रॉडबैंड पर फोकस कर रही है। बैंड की वेवलेंथ भी छोटी रखने पर काम हो रहा है। मिलीमीटर वेव टेक्नोलॉजी की बदौलत अभी के मुकाबले ज्यादा तेज रफ्तार से डाटा ट्रांसमिशन किया जा सकता है। मगर ढेर सारा डाटा ट्रांसमिट करने के लिए डायरेक्ट लाइन की जरूरत होगी।
5जी पर कर रही है काम
अब यह कंपनी 5जी टेक्नोलॉजी को लोगों को तक पहुंचाने के काम में जुटने जा रही है। इसके लिए कंपनी ने बेसिक तैयारी कर ली है और अब मंजूरी मिलने के बाद टेस्टिंग का दौर शुरू हो जाएगा। हालांकि अभी तक एप्पल की ओर से ऐसी डिटेल नहीं आई कि उसकी 5जी सेवा कैसे काम करेगी। रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी प्रशासन ने उसे अपनी तकनीक को टेस्ट करने और बाजार में उतारने की मंजूरी दे दी है। अभी उसे कैलिफोर्निया ऑफिस के पास की दो लोकेशन पर टेस्ट करने की इजाजत दी गई है। आगे पढ़ें ये कंपनी 2019 में ले आएगी 5जी
कई और कंपनियां जुटी हैं
वैसे एप्पल अकेली ऐसी कंपनी नहीं है जो 5जी तकनीक पर काम कर रही है। फेसबुक, गूगल, सैमसंग और स्टैरी जैसी कंपनियां कुछ अर्सा पहले से इस पर काम कर रही हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, स्प्रिंट 3019 में 5जी सर्विस शुरू करने जा रही है, जबकि टी मोबाइल 2020 तक इसे शुरू कर देगी। इसके अलवा एटी एंड टी और वेरिजोन भी 5जी नेटवर्क पर काम कर रही हैं